Welcome to British Institute of Spoken English & Computer Education, Near Indian Oil Petrol Pump Green City Hasanpur, Distt. Amroha (U.P.) PIN - 244241                 No.1 Institute of computer Education and Spoken English Classes                 Special English speaking classes by Mr. Sonu Sir                 सुंदर पिचाई के बारे में ये बातेंं आपको जरूर जाननी चाहिये - facts about sundar pichai                  भूला हुआ Wi-Fi पासवर्ड पुनः प्राप्त कैसे प्राप्त करे?                  क्वांटम कम्प्यूटर - भविष्य के कम्प्यूटर                  क्या होता है ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर ??                  Google chrome (गूगल क्रोम) में करें चोरी से ब्राउज                  हमारा मस्तिष्‍क से कम्‍प्‍यूटर की तुलना                  यहाँ से करे आकर्षक font (फॉण्ट) डाउनलोड                  Chipset क्या है? इंम्पोर्टेन्ट फैक्ट्स Chipset के बारे में                  गूगल क्रोम में incognito mode क्या है जानियें                  Interesting Facts About Mobile - मोबाइल के बारे में रोचक तथ्‍य                  My Documents का स्‍थान कैसे बदले और इसके डेटा की रक्षा करें?                  विंडोज एक्सप्लोरर के डिफ़ॉल्ट बोरिंग फ़ोल्डर्स में एड करें अमेजिंक आइकॉन                  ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) क्या होता है जाने                  याहू के बारे में रोचक तथ्‍य - Interesting Facts about Yahoo                  कंप्यूटर सॉफ्टवेयर                  विकिपीडिया के बारे में 8 रोचक तथ्य और जानकारी - 8 Interesting facts about Wikipedia                  What is computer virus ? कंप्यूटर वायरस क्या है .. ?                  कम्प्यूटर का क्रमिक विकास                  कम्प्यूटर के लाभ और हानि                  पिक्चर्स को पेंसिल स्केच या कार्टून में ऑनलाइन कैसे रूपांतरित करें?                 

British Institute of Spoken English and Computer Education



IT World Article

क्वांटम कम्प्यूटर - भविष्य के कम्प्यूटर

सन् 2030 अथवा उसके आसपास आपके डेस्क पर रखा हुआ कम्प्यूटर ट्रांजिस्टरों और चिपों के स्थान पर द्रव से भरा हो सकता है। यह क्वांटम कम्प्यूटर होगा। यह भौतिक नियमों के द्वारा संचालित नहीं होगा। आपका यह कम्प्यूटर अपने ऑपरेशंस के लिए क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics) का प्रयोग करेगा। क्वांटम यांत्रिकी ही टेलीपोर्टेशन (किसी वस्तु को एक स्थान से दूसरे स्थान पर बिना स्थान परिवर्तन के पहुँचाना) और सामानांतर ब्रह्मड (Parallel universe) जैसी सैद्धांतिक संकल्पनाओं का आधार है।

आपका यह क्वांटम कम्प्यूटर एक डाटा रॉकेट होगा। यह शायद पेन्टियम III पर्सनल कम्प्यूटर से 1 अरब गुना ज्यादा तेजी से गणना करने में सक्षम होगा। यह सन् 2030 में पलक झपकते ही पूरे इंटरनेट को खँगाल सकने में सक्षम होगा और सबसे एडवांस सिक्योरिटी कोड को आसानी से तोड़ देगा। यह कोई साइंस फिक्शन नहीं है बल्कि आने वाले कुछ वर्षों में सच्चाई की दुनिया में संभव होने वाला है।

क्वांटम कम्प्यूटर, कम्प्यूटर चिपों के स्थान पर परमाणुओं का प्रयोग गणना के लिए करते हैं।प्रारंभिक क्वांटम कम्प्यूटर काफी पुरातन, खर्चीले और परीक्षण के स्तर पर ही हैं। किंतु उनके निर्माण ने सिद्ध कर दिया है कि आने वाला समय इन्हीं कम्प्यूटरों का है। मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और ऑक्सफोर्ड यूनीवर्सिटी की प्रयोगशालाओं में क्वांटम कम्प्यूटर से सम्बंधित प्रोजेक्टों पर जोर-शोर से कार्य जारी है। अमेरिकी सरकार ने लॉस अलामॉस नेशनल प्रयोगशाला में क्वांटम कम्प्यूटिंग लैब की स्थापना की है।

मगर यहां पर एक समस्या है कि सैद्धांतिक और व्यावहारिक दृष्टिकोण से क्वांटम कम्प्यूटिंग काफी कठिन कार्य है। व्यावहारिक रूप से ऐसी परिस्थिति पैदा करना जहाँ परमाणु गणना कर सकें और उनसे परिणाम प्राप्त हो, यह वैज्ञानिकों के लिए बड़ी चुनौती है। सिद्धांत के दृष्टिïकोण से क्वांटम यांत्रिकी उन क्षेत्रों में डुबकी लगाती है जो सोचने के दायरे से लगभग बाहर हैं। उदाहरण के लिए यह संभव है कि क्वांटम कम्प्यूटर के पास अनंत संख्याओं वाले समानांतर ब्रह्मडों के लिए अनंत संख्या के सही उत्तर हों। आप जिस ब्रह्मïांड में इस समय हैं क्वांटम कम्प्यूटर उसके लिए सही उत्तर दे सकता है। दुनिया के सबसे विख्यात क्वांटम कम्प्यूटिंग वैज्ञानिक आई बी एम के चाल्र्स बेनेट का इस बारे में कहना है कि इन चीजों को स्वीकार करने के लिए काफी साहस की जरूरत है। यदि आप इन चीजों में विश्वास करते हैं तो आपको कई विचित्र चीजों पर विश्वास करना होगा।

इसका परिणाम है कि व्यावहारिक क्वांटम कम्प्यूटिंग अभी भी दशकों दूर है। वर्तमान में वैज्ञानिकों के क्वांटम कम्प्यूटिंग प्रयास उसी तरह के हैं जैसे विद्युत के सिद्धांतों के परीक्षण के लिए बेंजामिन फ्रैंकलीन ने कड़कती बिजली में पतंग उड़ाई थी। प्रयोगशालाओं में कार्यरत् वैज्ञानिकों के लिए अगला चरण इस अविश्वसनीय शक्ति को नियंत्रित और उपयोग करने का है।

सम्बंधित आर्टिकल



सबसे ज्यादा देखा गया



लेटेस्ट पोस्ट